Thursday, June 9, 2011

नए निश्चय, नया जीवन, नए निर्णय

मनुष्य के जीवन में अनेकों घटनाएं आघात बन कर आती हैं| सबसे बड़ा आघात होता है अपनों के ही द्वारा कटु शब्दों का प्रहार व स्वयं केही मित्रों द्वारा आलोचना| परन्तु देखा जाए तो एक मायने में वही मनुष्य के लिए सबसे बड़ी प्रेरणा का कार्य कर सकती है|

पागल को कोई पागल कहेगा तो उसे क्रोध आएगा| वो स्वयं में झाँक कर नहीं देखेगा कि क्या वाकई उसके कर्म एक सामान्य जीवन जीने के अनुरूप है या नहीं| उसमें शांत चित्त होकर इस प्रकार की बातें सोचने की क्षमता ही नहीं है| यदि होती तो वो पागल ही क्यों कहलाता| और